क्या आप भ्रमित हैं? स्काईस्कैनर लेकर आया है 2025 में सबसे सस्ते डेस्टिनेशन और ट्रैवल आसान बनाने के हैक्स
- लैस-दैन-परफेक्ट चॉईस (96 प्रतिशत) के डर, कॉस्ट (95 प्रतिशत) और ओवरथिंकिंग (94 प्रतिशत) के कारण भारतीय सैलानी ट्रैवल की बुकिंग नहीं कर पाते हैं।
- अयोध्या, कोच्चि, नोम पेन्ह, कुआला लम्पुर 2025 में भारतीयों के लिए सबसे सस्ते डेस्टिनेशंस में शामिल हैं।
चंडीगढ़: अग्रणी ग्लोबल ट्रैवल ऐप, स्काईस्कैनर ने आज अपनी ‘वांडरलॉस्ट’ रिपोर्ट जारी की। इसमें खुलासा हुआ है कि 94 प्रतिशत भारतीय होलिडे के प्लान को लेकर ओवरथिंकिंग करते हैं, जिसके कारण उन्हें ट्रिप पर जाना मुश्किल हो जाता है। इस रिपोर्ट में बताया गया है कि भारतीय इस साल ट्रैवल की क्या योजना बना रहे हैं। लगभग आधे (49 प्रतिशत) अपनी अगली ट्रैवल योजना बना रहे हैं। इस रिपोर्ट में यह खुलासा भी किया गया है कि ट्रैवल के लिए भारतीयों के निर्णय किन चीजों से प्रभावित होते हैं, और किन कारणों से वो अगली ट्रैवल के लिए बुकिंग नहीं कर पाते हैं।
जनवरी के साथ एक नई शुरुआत होती है। यह समय 2025 में एडवेंचर की योजना बनाने के लिए सबसे अच्छा समय है। 89 प्रतिशत भारतीय इस महीने साल के महत्वपूर्ण निर्णयों की योजना बनाएंगे। हालाँकि 75 प्रतिशत भारतीय सैलानियों के लिए ट्रिप की योजना बनाना उतना ही मुश्किल काम है, जितना मुश्किल काम रिलेशनशिप गोल्स बनाना है। लैस-दैन-परफेक्ट चॉईस (96 प्रतिशत), कॉस्ट की फिक्र (95 प्रतिशत) और ओवरथिंकिंग (94 प्रतिशत) जैसी बाधाओं के कारण वो अपनी होलिडे के लिए बुकिंग नहीं कर पाते हैं। सैलानी ट्रैवल की योजना को लेकर अति सावधान भी होते हैं, और अपने विकल्पों को बार-बार देखते हैं, फिर चाहे वो फ्लाईट (41 प्रतिशत) हों, होटल (35 प्रतिशत) हों या एक्टिविटीज़ (35 प्रतिशत)। वो चाहते हैं कि बुकिंग करने से पहले हर चीज बिल्कुल परफेक्ट हो।
स्काईस्कैनर की वांडरलॉस्ट रिपोर्ट में भारतीय सैलानियों के बीच ट्रैवल प्लानिंग के बढ़ते तनाव के बारे में खुलासे किए गए हैं। ट्रैवल एंड डेस्टिनेशन एक्सपर्ट, मोहित जोशी ने बताया, ‘‘ट्रिप की प्लानिंग रोमांचक होनी चाहिए, लेकिन कई लोगों के लिए यह बहुत मुश्किल बन जाती है। हमारी वांडरलॉस्ट रिपोर्ट में सामने आया है कि हर 5 भारतीय सैलानियों में से 1 (22 प्रतिशत) सैलानी अपने होलिडे प्लान को फाईनल करने में एक महीने का समय लेता है। यह उतना ही समय है, जो कोई अपनी उच्च शिक्षा का निर्णय लेने में लगाता है। इसके बाद भी, लगभग आधे (45 प्रतिशत) भारतीयों ने 2024 में जितनी छुट्टियों की योजना बनाई थी, उससे ज्यादा छुट्टियाँ लीं।’’
उन्होंने आगे कहा, ‘‘स्काईस्कैनर में हम ट्रैवल का जोश बढ़ाना और प्लानिंग का अनुभव सुगम बनाना चाहते हैं। हमारे मनी-सेविंग टूल्स और फीचर्स बेहतरीन डील्स से लेकर नए डेस्टिनेशन तक हर कदम पर ट्रिप की प्लानिंग आसान बनाने के लिए डिज़ाईन किए गए हैं। हमारा चीपेस्ट मंथ फीचर तारीखों के लचीलेपन के साथ फ्लाईट के लिए सबसे बजट-फ्रेंडली समय दिखाता है, और किसी भी डेस्टिनेशन पर जाने के लिए सबसे किफायती महीना खोजने में मदद करता है। साथ ही एक्सप्लोर एवरीव्हेयर सर्च की मदद से सैलानी अपने बजट में बेहतरीन डेस्टिनेशन खोज सकते हैं, जो कीमतों के अनुसार सूचीबद्ध होते हैं। हमारे अनेकों ट्रैवल हैक्स और टिप्स के साथ हम चाहते हैं कि 2025 का साल आपके लिए ट्रैवल करने का साल बने।’’
ट्रैवल के मानसिक तनाव को समझने के लिए स्काईस्कैनर ने न्यूरोलॉजी डॉक्टर और न्यूरोसाईंटिस्ट, डॉ. फाये बेगेटी से संपर्क किया, जिन्होंने बताया, ‘‘वांडरलॉस्ट एक भ्रम की स्थिति है, जो ट्रैवल प्लानिंग के वक्त निर्णय न ले पाने के कारण उत्पन्न होती है। यह मानसिक थकान के कारण होता है। होलिडे की प्लानिंग मुश्किल महसूस हो सकती है, खासकर तब, जब हर निर्णय, जैसे किस डेस्टिनेशन पर जाना है, कौन सी फ्लाईट लेनी है, किन होटलों में रुकना और क्या एक्टिविटीज़ करना है, इन सबमें काफी दिमागी मेहनत लगती है। निर्णय लेना मुश्किल इसलिए हो जाता है क्योंकि हम अक्सर अपना ध्यान कई विकल्पों के बीच भटकाते हैं, उनकी तुलना करते हैं, और उनके फायदे-नुकसानों का विश्लेषण करते हैं। कई सारे ऑनलाईन संसाधनों में बिखरी जानकारी के साथ लगातार दिमागी मेहनत, मुख्यतः प्रिफ्रंटल कॉर्टेक्स में होती है, जिससे हमारी कॉग्निटिव क्षमताएं कम होती चली जाती हैं। साथ ही, ‘परफेक्ट विकल्प’ चुनने का दबाव और ज्यादा भार डालता है। इसलिए घूमने की इच्छा का उत्साह घूमने की थकान में बदल जाता है। मुझे खुशी है कि सैलानियों की इस समस्या का समाधान करने के लिए मुझे स्काईस्कैनर के साथ काम करने का अवसर मिला।’’
‘‘वांडरलॉस्ट’’ से बचने के लिए ब्रेन हैक्स
स्काईस्कैनर ‘‘वांडरलॉस्ट’’ से बचने के लिए डॉ. फाये बेगेटी के साथ न्यूरोसाईंस पर आधारित पाँच अभ्यास दे रहा है, जो 2025 में सैलानियों को आत्मविश्वास के साथ निर्णय लेने में मदद करेंगे। ये पाँच अभ्यास हैंः
- निर्णय लेने की थकान पर काबू पाएंः निर्णय लेने की थकान आपके दिमाग पर दबाव डालती है, जिसके कारण सरल से विकल्प भी थका देते हैं। इसलिए अपने विकल्पों को घटाकर कम कर लें।
- मुख्य निर्णय जल्दी लेंः फ्लाईट या एकोमोडेशन चुनने जैसे बड़े निर्णय उस समय लें, जब आपमें सबसे ज्यादा मानसिक ऊर्जा हो। कम महत्वपूर्ण विकल्पों के लिए ‘गुड एनफ’ का तरीका आजमाएं। अगर विकल्प आपके मापदंडों को पूरा कर रहे हैं, तो उन्हें चुनें, नहीं तो आगे बढ़ जाएं। ओवरथिंकिंग और निर्णय लेने की थकान से बचें।
- मानसिक ऊर्जा और सही होलिडे में संतुलन बिठाएंः ऐसा होलिडे चुनें, तो आपकी मानसिक ऊर्जा के अनुरूप हो। यदि आप ज्यादा मानसिक भार महसूस कर रहे हैं, तो प्राकृतिक जगह पर जाएं, ताकि सेंसरी इनपुट कम लगे और आप पूरी तरह से तरोताजा होकर लौटें। यदि आप कम उत्साहित महसूस कर रहे हैं, तो शहरों में या एडवेंचर के लिए जाएं, इससे नयापन और उत्साह महसूस होगा।
- अनुमानों के डोपेमाईन का लाभ लेंः हमारा दिमाग अनुमान लगाता है, जिससे होलिडे का एहसास उतना ही रोमांचक हो जाता है, जितनी रोमांचक खुद ट्रिप होती है। इस एहसास का लाभ लेना सीखिए। डेस्टिनेशंस को बुकमार्क कर लीजिए और फिर इस सेव्ड लिस्ट में जाकर अपनी योजनाओं को और बेहतर बनाईये। इससे प्लानिंग की प्रक्रिया का तनाव कम होकर रोमांचक अनुभव मिलेगा।
- रूटीन से बाहर निकलिएः जैसे-जैसे हमारी उम्र बढ़ती है, समय बहुत तेजी से बीतता हुआ महसूस होता है। इसका कारण है कि हम परिचित रूटीन में व्यस्त हो जाते हैं। इस दिनचर्या से बाहर निकलने के लिए यथास्थिति में रहने का पूर्वाग्रह छोड़िए। होलिडे की योजना बनाते वक्त अपने कम्फर्ट ज़ोन से बाहर निकलें। अनपेक्षित स्थानों पर जाएं। इससे आपको यादगार अनुभव प्राप्त होंगे।
2025 के लिए स्काईस्कैनर के सबसे सस्ते डेस्टिनेशन
हर तीन सैलानियों में से एक (33 प्रतिशत) सैलानी किफायती ट्रैवल डेस्टिनेशन की ओर आकर्षित होते हैं। वहीं, हर चार में से लगभग एक (23 प्रतिशत) सैलानी तब ट्रैवल के लिए प्रेरित होते हैं, जब उन्हें सबसे सस्ते स्थानों के बारे में पता होता है। 2024 में भारतीय सैलानियों ट्रैवल से रोकने में ऊँची लागत का सबसे बड़ा योगदान था। 32 प्रतिशत सैलानियों ने इसे कम छुट्टियाँ मनाने का कारण बताया।
स्काईस्कैनर ने 2025 में भारतीय सैलानियों के लिए सबसे किफायती स्थानों की सूची तैयार की है, जहाँ पर वो 8,390 रुपये के शुरुआती मूल्य में जा सकते हैं।
क्र. | 2025 के लिए सबसे सस्ते डेस्टिनेशन | 2025 में फ्लाइट की कीमतें |
1 | अयोध्या, उत्तर प्रदेश | ₹8,390 से |
2 | कोच्चि, केरल | ₹9,898 से |
3 | जैसलमेर, राजस्थान | ₹9,898 से |
4 | नई दिल्ली, भारत | ₹10,220 से |
5 | नोम पेन्ह, कंबोडिया | ₹12,262 से |
6 | श्रीनगर, जम्मू और कश्मीर | ₹12,370 से |
7 | कुआला लम्पुर, मलेशिया | ₹17,425 से |
8 | अबू धाबी, संयुक्त अरब अमीरात | ₹22,588 से |
9 | मस्कट, ओमान | ₹22,588 से |
10 | दावाओ, फिलीपींस | ₹23,557 से |
स्काईस्कैनर के सेविंग्स जनरेटर और प्राईस अलर्ट जैसे फीचर्स के साथ भारतीय सैलानी अनुभवों में कोई कमी लाए बिना बेहतरीन डील्स पा सकते हैं, अपने बजट को अनुकूलित कर सकते हैं, और यादगार छुट्टियों की योजना बना सकते हैं।