December 22, 2024

डब्लूएआईएसएल ने एडब्लूएस-पावर्ड डिजिटल ट्विन एपीओसी लॉन्च किया

डब्लूएआईएसएल एडब्लूएस पर टोटल एयरपोर्ट मैनेजमेंट सॉल्यूशन की मदद से ग्लोबल एविएशन उद्योग में डिजिटल इनोवेशन लाने में मुख्य भूमिका निभा रहा है; इसका उद्देश्य 2025 से भारत और विश्व में इस समाधान का विस्तार करना है

नई दिल्ली एमेज़ॉन.कॉम कंपनी, एमेज़ॉन वेब सर्विसेज़ (एडब्लूएस) इंडिया प्राईवेट लिमिटेड ने आज घोषणा की कि उद्योगों में डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन सेवाओं में अग्रणी, डब्लूएआईएसएल लिमिटेड ने एविएशन पर केंद्रित रहते हुए विश्व के मुख्य क्लाउड पर डिजिटल ट्विन-पॉवर्ड इंटीग्रेटेड एयरपोर्ट ऑपरेशंस कमांड सेंटर (एपीओसी) का विकास कर लिया है। डब्लूएआईएसएल ने इस समाधान का विकास एडब्लूएस पर किया ताकि डिजिटल ट्विन (एयरपोर्ट के फिज़िकल ऑब्जेक्ट्स, सिस्टम और प्रक्रियाओं के वर्चुअल प्रतिनिधि), आर्टिफिशियल इंटैलिजेंस (एआई), मशीन लर्निंग (एमएल), वीडियो एवं डेटा एनालिटिक्स, और कंप्यूटर विज़न की मदद से एयरपोर्ट्स की ऑपरेशनल एफिशियंसी और ग्राहक अनुभवों में सुधार किया जा सके। डब्लूएआईएसएल अगले कुछ हफ्तों में भारत के एक बड़े एयरपोर्ट पर इस समाधान की शुरुआत करने वाला है, तथा 2025 से इसे अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर लॉन्च कर दिया जाएगा।

भारत में एयरपोर्ट पर भारी भीड़ से एयरलाईन की समयबद्ध परफॉर्मेंस पर असर पड़ रहा है। 2024 की पहली छमाही में 80 मिलियन यात्रियों ने हवाई यात्रा की। यह सॉल्यूशन केंद्रीय नर्वस सिस्टम की तरह काम करेगा, जो रियल टाईम मॉनिटरिंग, तालमेल, और एयरपोर्ट के ऑपरेशंस का प्रबंधन करेगा। इसके द्वारा यात्रियों, वाहनों और हवाई जहाजों के लिए चेक-इन, सुरक्षा और ट्रैफिक कंट्रोल सहित विभिन्न गतिविधियों को संभाला जाएगा। इसके द्वारा यात्रियों को उड़ानों की जानकारी, प्रतीक्षा के समय, गेट में बदलाव, बैगेज की स्थिति, और यात्रियों को नजदीकी रेस्टोरैंट एवं ड्यूटी-फ्री ऑफर्स सहित रियल-टाईम अपडेट्स प्रदान किए जाएंगे। साथ ही इसके द्वारा एयरपोर्ट्स, एयरलाईंस, और ग्राउंड हैंडलिंग संभालने वाले कर्मियों को रियलटाईम ऑपरेशनल जानकारी भी प्रदान की जाएगी। यह जानकारी एयरपोर्ट के ईकोसिस्टम में सभी प्लेटफॉर्म्स से डेटा की सोर्सिंग, मॉनिटरिंग और विश्लेषण के आधार पर दी जाएगी।

डब्लूएआईएसएल डिजिटल ट्विन-पॉवर्ड इंटीग्रेटेड एपीओसी एक ही सॉल्यूशन में इंटीग्रेट किए गए एडवांस्ड एआई एवं एमएल एलगोरिद्म की मदद से 40 अलग-अलग सिस्टम्स के डेटा को एकीकृत करता है, 250 से अधिक उपयोग के मामलों को संबोधित करता है, तथा 100 से ज्यादा परफॉरमेंस इंडीकेटर्स को ट्रैक करता है। इसके बाद यह प्रेडिक्टिव एवं प्रेस्क्रिप्टिव इंटैलिजेंस प्रदान करता है, जिससे फुटफॉल का पूर्वानुमान और रिसोर्स प्लानिंग जैसी क्षमताएं प्राप्त होती हैं। 

डब्लूएआईएसएल लिमिटेड के प्रेसिडेंट एवं सीईओ, ऋषि मेहता ने कहा, ‘‘डब्लूएआईएसएल में हम पूरी दुनिया के एयरपोर्ट्स के लिए नए मानक स्थापित करना चाहते हैं। हम केवल इनोवेट नहीं करते हैं, बल्कि हम, जो कुछ भी संभव है, उसमें परिवर्तन लाते हैं। डिजिटल युग में परिवर्तनकारी प्रभाव केवल टेक्नोलॉजी द्वारा नहीं, बल्कि जटिल ऑपरेशनल चुनौतियों को हल करने के लिए इसके साहसी एवं सामरिक उपयोग द्वारा उत्पन्न होता है। डब्लूएआईएसएल का डिजिटल ट्विन-पॉवर्ड इंटीग्रेटेड एयरपोर्ट ऑपरेशंस कमांड सेंटर इसी में अग्रणी है। यह एविएशन में ऑपरेशनल एफिशियंसी और डिजिटल परिवर्तन लाने के लिए टेक्नोलॉजी द्वारा समर्थ बनाता है।’’ उन्होंने आगे कहा, ‘‘एडब्लूएस जैसे औद्योगिक नेतृत्वकर्ताओं द्वारा हमारा उद्देश्य एयरपोर्ट्स को ज्यादा स्मार्ट, सुरक्षित और सुगम बनाना है, ताकि यात्रियों को बेहतर अनुभव प्राप्त हो सके।’’

पंकज गुप्ता, लीडर – पब्लिक सेक्टर, एडब्लूएस इंडिया एवं साउथ एशिया ने कहा, ‘‘एयर ट्रैवल उद्योग मजबूत वापसी कर रहा है। डब्लूएआईएसएल जैसी कंपनियाँ क्लाउड, एनालिटिक्स, और एआई टेक्नोलॉजी की मदद से एयरपोर्ट ऑपरेटर्स को यात्रियों की बढ़ती हुई मांग को ज्यादा प्रभावी तरीके से पूरा करने में समर्थ बना रही हैं।’’ उन्होंने आगे कहा, ‘‘एयरपोर्ट का डेटा बहुत विशाल होता है। डब्लूएआईएसएल ने एक ऐसा समाधान विकसित किया है, जो दृढ़ता, विस्तार, सुरक्षा, और कम लेटेंसी के लिए एडब्लूएस की मदद लेकर डेटा का विश्लेषण करना और उसका प्रभावी उपयोग करना आसान बना देता है। हम भारत एवं विश्व में हवाई यात्रा उद्योग में इनोवेशन बढ़ाने के लिए डब्लूएआईएसएल का सहयोग करने के लिए आशान्वित हैं।’’

क्लाउड एवं एआई-पॉवर्ड ऑपरेशंस हब

डिजिटल ट्विन पॉवर्ड एपीओसी द्वारा एयरपोर्ट वास्तविक परिस्थितियों की जानकारी, प्रेडिक्टिव एनालिसिस, और एआई/एमएल क्षमताओं की जरूरत को एकीकृत कर सकेंगे, जिससे संसाधनों के आवंटन में विलंब, ओवरक्राउडिंग, और इनएफिशियंसी कम हो सकेगी तथा टर्नअराउंड मैनेजमेंट ऑप्टिमाईज़ हो सकेगा।

एपीओसी सॉल्यूशन के विकास के लिए डब्लूएआईएसएल ने एडब्लूएस सेवाओं की विस्तृत श्रृंखला की मदद से एआई, एमएल, और इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईओटी) क्षमताओं का उपयोग किया, जिससेएंड-टू-एंड एयरपोर्ट ऑपरेशंस की निगरानी एवं प्रबंधन संभव हुए। उदाहरण के लिए, एपीओसी द्वारा एएल/एमएल मॉडलों के निर्माण, प्रशिक्षण, और क्रियान्वयन के लिए पूर्णतः मैनेज़्ड सेवा, एमेज़ॉन सेजमेकर की मदद से मांग और संभावित बाधाओं का पूर्वानुमान लगाया जा सकता है। एयरपोर्ट के ऑपरेशंस में ऐतिहासिक और रियल-टाईम डेटा पर प्रशिक्षित, डब्लूएआईएसएल डिजिटल ट्विन-पॉवर्ड एपीओसी द्वारा चेक-इन काउंटर्स से लेकर सिक्योरिटी लेन और बोर्डिंग गेट्स तक स्टाफिंग और ईक्विपमेंट डिप्लॉयमेंट को ऑप्टिमाईज़ किया जा सकता है।

डिजिटल ट्विन-पॉवर्ड एपीओसी सॉल्यूशन द्वारा क्लोज़्ड सर्किट टेलीविज़न (सीसीटीवी) कैमरों की फीड की मदद से यात्रियों के फ्लो, सिक्योरिटी चेकपॉईंट्स, और टर्मिनल एरिया की निगरानी की जा सकती है। एमेज़ॉन एमएसके द्वारा हाथों-हाथ सॉल्यूशन में सीसीटीवी वीडियो फुटेज का फ्लो संभव बनाया जाता है, तथा भारत में एडब्लूएस एशिया पैसिफिक रीज़न में विभिन्न एडब्लूएस एवेलेबिलिटी ज़ोन्स (एजैड) में डेटा को सुरक्षित रूप से रेप्लिकेट कर बाधाओं के दौरान बेहतर डेटा रिडंडेंसी प्रदान की जाती है। एक अन्य एजैड में स्टोर किए गए डेटा की एन्क्रिप्टेड कॉपी द्वारा बाधारहित सर्विस और यात्री की सुरक्षा सुनिश्चित होती है। एडब्लूएस रीज़न उच्च उपलब्धता और कम लेटेंसी पर सुरक्षित, कंप्लायंट और स्केलेबल क्लाउड वातावरण सुनिश्चित करते हैं, जो एविएशन उद्योग के नियमों के अनुरूप है।

डिजिटल ट्विन पॉवर्ड एपीओसी सॉल्यूशन द्वारा पीक ट्रैवल अवधियों के दौरान उपलब्ध संसाधनों में वर्कलोड का वितरण करने के लिए एमेज़ॉन ईकेएस का उपयोग भी किया जाता है। उदाहरण के लिए, उड़ानों को बदले जाने का कारण बनने वाले गंभीर मौसम के दौरान एमेज़ॉन एकेएस द्वारा रिबुकिंग सिस्टम और कस्टमर सर्विस एप्लीकेशंस को ज्यादा प्रोसेसिंग पॉवर आवंटित की जा सकती है।

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